
बना कर दिये मिट्टी के, जरा सी आस पाली है
मेरी मेहनत खरीदो यारों, मेरे घर भी दीवाली है।
Explainer in my own world and Teacher by Heart | Opinion, Case Studies and Explained.
Operating as usual
बना कर दिये मिट्टी के, जरा सी आस पाली है
मेरी मेहनत खरीदो यारों, मेरे घर भी दीवाली है।
सत्य
दिवाली, दिये & दिलजले...
एक दो दिनो में नेता द्वारा शुभकामनाओं का दौर शुरू होनेवाला है।
😍
UPSC का सवाल, इसे क्या कहेंगे - सेल्फी या फोटो ?
सही उत्तर देनेवाले को आफलाइन पाए जाने पर 11 रूपये का नगद पुरस्कार और एक प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा।
नगद राशि को हाथो हाथ पाने के लिए उनको 2 पासपोर्ट साईज फोटो और स्वप्रमाणित अधिसूचना देनी पड़ेगी।
जैसे ही इस संसार में थोड़ी बहुत शांति होती है ,
ये बंदा कुछ नया खुराफात कर देता है 😂😂
कमजोर लोगो पर ताकत आजमाना,
कमजोर लोगो की निशानी होती है ।
देखिए कितने कलात्मक तरीके से बिहार सरकार उद्योग को कैसे बढावा दे रही है। अद्भुत
दीवाली आ रही है, इस दिवाली इन्हें मत भूल जाना। चीनी दीयों और लड़ियों की चकाचौंध में इन गरीबों को ज़रूर याद रखना। 😭🙏 Jai Hind
फिल्म का नाम बताइए 🖤
वो भीड़ मे दबी सहमी हुई लड़की से पूछो,
बेरोज़गारी का मतलब बेबसी का मतलब..।
PET 2022 परीक्षार्थी गंतव्य की ओर।🙏❤️
शहरों में चाय के साथ पकौड़ों का मौसम है
गांव में मातम की तैयारी है।
# बेमौसम बारिश
दीपक ने भेजा है 🥲
कोई रोड रोलर चलाने वाले को नॉवेल पुरस्कार से सम्मानित करो 😂
ठेकेदार का अलग से हिसाब होगा😂😂
सरकारी नौकरी...
1 किलो धान उगाने में 3000 लीटर पानी लगता है और 10 किलो मांस में करीब करीब 100 किलो अनाज के बराबर पोषण लगता है।
सम्बन्धित जीव के स्वस्थ जीवन के लिए टीका और व्यवसायी की आमदनी के लिए सरकार अलग से अनुदान देती है। फलतः 10 किलो मांस आपको 6,000 रूपये मे मिलता है और इसमे कुल 30 लाख लीटर पानी लगता है।
शहर में रहने वाला एक व्यक्ति को हर दिन 150-200 लीटर पानी की जरूरत होती है। चलिए मान लेते है कि अगर एक व्यक्ति की जरूरत 200 लीटर है और उसके परिवार में 5 लोग है तो दैनिक खर्च 1000 लीटर होगा और कुल 10 किलो मांस के बदले 8 वर्ष से ज्यादे दिन तक जल सुरक्षित रहेगा।
मै जितनी बाते कर रहा हूं वो हवाई नहीं है। नीचे Refrence दिया हूँ, समय मिले तो पढिएगा।
हर दिन करोड़ो की संख्या में जानवर कटते है और माना जा रहा है कि 2030 तक भारत के 17 प्रमुख शहरो में पानी नही बचेगी और मजबूरी में, सरकार को बाहर से पानी लाना पड़ेगा जैसा कि मुम्बई के लिए हो रहा है।
जिस तरह सिगरेट के डब्बे पर कैंसर की सूचना रहती है, उसी तरह अगर हर मीट के दुकान पर ऐसी सूचना लगाई जाए तो शायद एक नई क्रान्ति आएगी। बहुत बड़ा पोस्ट लोग पढते नही है लेकिन अगर आप भी इस विचार को समर्थन करते है तो इसे जरूर शेयर करे।
अपना और अपने परिवार का ध्यान रखे।
प्रणव झा ( Pranav Jha )
12 अक्टूबर
References -
1. https://www.nature.com/scitable/blog/eyes-on-environment/water_world/
2. https://www.thehindu.com/features/homes-and-gardens/how-much-water-does-an-urban-citizen-need/article4393634.ece/amp/
👀😏
दिवाली के अवसर पर आलिया का इन्तजार करता प्रदूषण 🥲
Ramayana across the globe...!!!
हृदय श्रद्धा से झुक गया जब मैंने देखा कि महोदय ने आटा गूँथने से पहले अपनी चप्पलें बाहर उतार दी।
गोल गप्पे का आटा इतनी स्वच्छता से भला कौन गूंथता है ?
धन्य है 🤣😂🤣😂
मैने आदिपुरुष देख लिया। अन्त में सैफ अली खान मर जाता है।
श्रद्धांजलि 🙏
मै लिख कर दे सकता हूँ कि एक जन्म में कोई भी आदमी ऐसा अद्भुत नहीं बना सकता और दुनियाभर का विज्ञान लगा लो इस मंदिर के तरह 3112 साल नहीं टिक सकता। 🙏
आजकल कोई नेता नही है सब पर जाति का ठप्पा लगा है।
कोई जयप्रकाश नही है
क्या अन्तर है इन दोनो में ? 😂
शायद 2 बर्ष से बाहर रह रहा हूँ। सब ठीक चल रहा है लेकिन
अब कोई नहीं कहता कि सुबह उठकर तुलसी में जल चढाओ। यहाँ हम आटा खरीद लेते है, अब कोई मशाला, गेंहू के लिए 4 बजे शाम से पहले मिल पर रहकर और लाइन में लगने को नहीं कहता। कोई नहीं कहता कि उत्तर दिशा घूमकर नहीं खाते, खाते वक्त नहीं गाते और खाकर अंगीठी नहीं करते। न जाने और कितनी बाते, वो साथ न छूटने वाली यादें।
वो जगह हमारी जीवन में कोई और नहीं ले सकता।
माँ
जब आप नंगे थे, तब भी आप उसके हीरो थे और आप जब आज सफल हैं तो आप भले ही उसे 1 रूपये न दे, आप आज भी हीरो है और दुर्भाग्यवश अगर आप असफल हुए तो भी आप उसके लिए एक हीरो ही रहेंगे।
ये सब बाते मै उसे तो नहीं बता सकता लेकिन हर दिन अपने इस पेज पर लिखता हूँ तो सोचा लिख दूँ।
आज एक आपसे आग्रह करता हूँ कि अभी एक बार उससे बात कीजिए, शायद वो कोई परेशानी में हो...
प्रणव झा
रविवार, 9 अक्टूबर
😅
Two brilliant actors with a brilliant director 🙏
Ok 🥴
मोहम्मद ज़ुबैर और प्रतीक सिन्हा नोबेल शांति पुरस्कार की रेस में: टाइम मैगज़ीन।
पूरी ख़बर: https://bbc.in/3Eh1Bfw
लग रहा है फिल्म का शूटिंग अमेरिका में हुआ है... रामायण के समय ऐसे घर नहीं थे। पता चले सारा रामायण ही न बदल दिया हो.
लंकेश हम शर्मिन्दा है, सिनेमा वाले जिन्दा है
🥲
1980 के दशक से और इससे पूर्व से भी रामायण पर आधारित कहीं कम बजट पर 100 से अधिक मूवीज, सीरियल और कार्टून पिक्चर्स बनाए गए है।
सब ने कमाई की क्योंकि इन सब में एक काम किया कि राम से लेकर रावण तक, सबके सम्मान में कोई कमी नहीं की, हर किसी को उसी तरह दिखाया जिस तरह वो हमारे ग्रन्थ में है।
नारायण ने जब रामावतार लिया तो उनका उद्देश्य रावण वध नहीं बल्कि धर्म स्थापनार्थ था।
राम का किरदार निभाना बहुत बड़ा संघर्ष था और वो भी उनके लिए जो क्षीरसागर में रहते हो, जिनके पत्नी स्वयं माता लक्ष्मी हों, जिनके चरणो में बैकुण्ठ हो। श्री हरि नारायण के बारे में तुलसीदास जी लिखते है -
दूसन रहित सकल गुण राशि, श्रीपति पुर बैकुंठ निवासी।
मै दावा से कह सकता हूं कि भगवान राम का जीवन कोई मनुष्य नही जी सकता। वह एक आदर्श है। और इसलिए भले ही हम कलयुग में हो लेकिन मरने के बाद भी कहते हैं -
---‐-------- राम नाम सत्य है ----------
क्योकि इस पाखण्डी संसार में केवल मृत्यु ही सच है।
कहने का आशय यह है कि रामायण एक ऐसा ग्रन्थ है जो हर सनातनी बचपन से मृत्यु तक पढता है। आपके पास ढेर सारा पैसा हो तो आप उसे अपने परिवार को आगे बढाने में लगाए, मगर राम का अपमान करके उसका व्यवसाय न बनाए।
बुधवार, 5 अक्टूबर
प्रणव झा।